Big News-इंतजार खत्म…महापौर के लिए हुआ आरक्षण…कई का सपना छन से बिखरा, तो बहुतों के चेहरे पर दौड़ गई मुस्कान….दुर्ग अन्य पिछड़ा वर्ग महिला व रिसाली अजा महिला के लिए आरक्षित…भिलाई और भिलाई – चरोदा निगम में बनेंगे अन्य पिछड़ा वर्ग से महापौर…पढ़िए खबर

भिलाई । दुर्ग जिले के चारों नगर निगम के लिए महापौर पद के आरक्षण की स्थिति आज स्पष्ट हो गई। जिले के चार में से दो नगर निगम का महापौर पद महिलाओं के खाते में गया है। इसमें दुर्ग और रिसाली शामिल है। आने वाले चुनाव में दुर्ग नगर निगम से अन्य पिछड़ा वर्ग महिला और रिसाली से अनुसूचित जाति वर्ग की महिला महापौर पद का चुनाव लड़ने के लिए पात्र होंगी। वहीं भिलाई नगर निगम और पड़ोस के भिलाई – चरोदा नगर निगम में महापौर का पद अन्य पिछड़ा वर्ग मुक्त होने से इस वर्ग की महिला अथवा पुरुष चुनाव में ताल ठोक सकते हैं।
राजधानी रायपुर में आज प्रदेश के सभी 14 नगर निगम के महापौर पद के आरक्षण प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसमें दुर्ग नगर निगम का महापौर पद अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के खाते गया है। जबकि भिलाई नगर निगम और भिलाई – चरोदा नगर निगम के महापौर पद को अन्य पिछड़ा वर्ग मुक्त के लिए आरक्षित किया गया है। यहां पर मुक्त का मतलब अन्य पिछड़ा वर्ग महिला या पुरुष दोनों के लिए चुनाव लड़ने का समान अवसर सुनिश्चित होना है। वहीं रिसाली नगर निगम को जातिगत आबादी के आधार पर अनुसूचित जाति वर्ग महिला के लिए आरक्षित किया गया है।
गौरतलब रहे कि पिछले चुनाव में भिलाई और दुर्ग नगर निगम का महापौर पद अनारक्षित रखा गया था। जबकि भिलाई – चरोदा अनुसूचित जाति और रिसाली का महापौर पद अन्य पिछड़ा वर्ग महिला हुआ था। आरक्षण के इसी आधार पर भिलाई से नीरज पाल, दुर्ग से धीरज बाकलीवाल, भिलाई – चरोदा से निर्मल कोसरे और रिसाली से शशि सिन्हा की महापौर पद पर ताजपोशी हुई थी। इस बार दुर्ग जिले के सभी चारों नगर निगम में महापौर पद का आरक्षण पूरी तरह से बदल गया है। इसके साथ ही चारों नगर निगम क्षेत्र में राजनीतिक सुगबुगाहट बढ़ गई है।
ऐसे बदला चरोदा व रिसाली का समीकरण
इस बार भी नगर निगमों का चुनाव वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर ही होना है। ऐसे में अनुसूचित जाति वर्ग के आबादी का आंकड़ा यथावत है। भिलाई-चरोदा नगर निगम क्षेत्र की कुल आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 98 हजार 8 है। जिसमें अनुसूचित जाति वर्ग 15 हजार 420 है। इस तरह भिलाई-चरोदा में अनुसूचित जाति वर्ग की आबादी 15.73 प्रतिशत है। दूसरी तरफ रिसाली नगर निगम की कुल आबादी 1 लाख 8 हजार 838 में से अनुसूचित जाति की संख्या 19 हजार 73 है। जिसका प्रतिशत 17.52 होने से भिलाई-चरोदा से अधिक है। वहीं अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित रायगढ़ नगर निगम में अनुसूचित जाति वर्ग के आबादी का प्रतिशत 16.35 है। यह भिलाई-चरोदा से अधिक और रिसाली से कम है। ऐसे में प्रदेश के स्तर पर दो नगर निगम के महापौर पद को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए जाने की स्थिति में आबादी के आंकड़े को देखते हुए वरीयता के पहले क्रम में 17.52 प्रतिशत के साथ रिसाली तथा दूसरे क्रम में 16.35 प्रतिशत के साथ रायगढ़ नगर निगम रहा। इस तरह अनुसूचित जाति वर्ग के आबादी की वरीयता क्रम में 15.73 प्रतिशत के साथ तीसरे क्रम में रहने से भिलाई-चरोदा महापौर का पद मौजूदा अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण से मुक्त हो गया और उसकी जगह रिसाली नगर निगम को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया। चूंकि पिछले बार रायगढ़ नगर निगम का महापौर पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित था, इसलिए रोटेशन नीति के तहत इस बार रिसाली का महापौर पद इस वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया गया है।