Bhilai News-छत्तीसगढ़िया विधायक रिकेश सेन की निरंतर बढ़ते प्रभाव और जन लोकप्रियता से घबराए कांग्रेसी …लगातार अर्जित लोकप्रियता के बूते आज रिकेश सेन एक ‘कद्दावर शख्सियत’बन गए हैं, यह बात कांग्रेस को पच नहीं रही है…कांग्रेस के पास अब कोई मुद्दा नहीं रहा, इसलिए एक छोटी सी घटना को उनके राष्ट्रीय नेता सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट कर रहे हैं- जबकि उनकी पार्टी के नेता किस जुर्म में जेल में बंद हो रहे हैं इस पर भी कुछ बोलना चाहिए- राजेंद्र अरोरा

 Bhilai News-छत्तीसगढ़िया विधायक रिकेश सेन की निरंतर बढ़ते प्रभाव और जन लोकप्रियता से घबराए कांग्रेसी …लगातार अर्जित लोकप्रियता के बूते आज रिकेश सेन एक ‘कद्दावर शख्सियत’बन गए हैं, यह बात कांग्रेस को पच नहीं रही है…कांग्रेस के पास अब कोई मुद्दा नहीं रहा, इसलिए एक छोटी सी घटना को उनके राष्ट्रीय नेता सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट कर रहे हैं- जबकि उनकी पार्टी के नेता किस जुर्म में जेल में बंद हो रहे हैं इस पर भी कुछ बोलना चाहिए- राजेंद्र अरोरा

 

भिलाई। भिलाई नगर निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र सिंह अरोरा ने कहा है कि वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन की राजनीतिक उपलिब्धयां, निरंतर बढ़ते प्रभाव और जन लोकप्रियता से कांग्रेसी घबरा गए हैं। तभी तो उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोक सभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट और छग के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जैसे वरिष्ठ नेता रिकेश सेन के खिलाफ एक छोटी सी घटना की कुछ सेकंड की वीडियो क्लिपिंग सोशल प्लेटफार्म पर पोस्ट कर रहे हैं। इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकती है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के पास देश हित का कोई मुद्दा नहीं है, भिलाई की एक छोटी सी घटना को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता प्रतिक्रिया जाहिर करने में व्यस्त हैं।

अरोरा ने कहा है कि कांग्रेस के ये नेता तब कहां थे जब इनके एक विधायक बलौदाबाजार में शांति पर क्रांति और लोकतंत्र की आड़ में अराजकता फैलाते हुए कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय को फंूकवा दिए। इनके मंुह तब क्यों सिले हुए थे जब सूरजपुर में इनके छात्र विंग एनएसयूआई का कार्यकर्ता एक पुलिस जवान की मासूम बेटी और पत्नी को मार डाला। तब इनकी संवेदनाएं क्यों नहीं जागी? तब इनका मानवीय दृष्टिकोण कहां था? आज भिलाई की एक छोटी सी घटना जिसमें विधायक रिकेश सेन गुस्साए कार्यकर्ता को समझा रहे थे, उसको मुद्दा बना रहे हैं।

अरोरा का कहना है कि पिछड़ा वर्ग और उनमें भी अति पिछड़ा वर्ग नाई समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले सच्चे छत्तीसगढ़िया लगातार पांच बार पार्षद निर्वाचित और रिकॉर्ड मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीतने वाले रिकेश सेन की बढ़ती लोकप्रियता से कांग्रेस खासतौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपना राजनीतिक वजूद खतरे में महसूस हो रहा है। सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल करने से उनकी बौखलाहट साफ नजर आ रही है। विधायक निर्वाचित होने के बाद रिकेश सेन न केवल अपने क्षेत्र में आधारभूत सुविधाएं और विकास कार्य करवा रहे हैं, बल्कि सामाजिक और धार्मिक रूप से भी अपने क्षेत्र को अग्रसर कर रहे हैं। लगातार अर्जित लोकप्रियता के बूते आज रिकेश सेन एक ‘कद्दावर शख्सियत’बन गए हैं, यह बात कांग्रेस को पच नहीं रही है।

अरोरा ने कहा है कि अगर श्री भूपेश बघेल में दम है तो वे अगला विधानसभा चुनाव वैशाली नगर से रिकेश सेन के खिलाफ लड़ने का ऐलान अभी से कर दें। अपनी कश्ती डगमगाता देख गलत सूचना और नफरत न फैलाएं। भिलाई सौहार्द्र और समभाव की नगरी है। यहां मत भिन्नता हो सकती है। मनभेद नहीं। जिस तालाब के नामकरण को लेकर कांग्रेसी बखेड़ा खड़ा करने की कोशिश कर रहे थे, उसका उसी समय पटाक्षेप हो गया था।

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