Big Breaking-जामुल के बाद अब रिसाली निगम में अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी…भाजपा पार्षद दल ने की बैठक, सोमवार को कलेक्टर से मुलाकात…अविश्वास प्रस्ताव के लिए भाजपा को छह पार्षदों की जरुरत…भाजपा का दावा कांग्रेस व निर्दलीय पार्षद भाजपा के संपर्क में…पढ़िए अविश्वास प्रस्ताव का गणित
जामुल के बाद अब रिसाली निगम में अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी…भाजपा पार्षद दल ने की बैठक, सोमवार को कलेक्टर से मुलाकात…अविश्वास प्रस्ताव के लिए भाजपा को छह पार्षदों की जरुरत…भाजपा का दावा कांग्रेस व निर्दलीय पार्षद भाजपा के संपर्क में…पढ़िए अविश्वास प्रस्ताव का गणित
भिलाई। जामुल नगर पालिका के बाद अब रिसाली नगर निगम में शहर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी की जा रही है। शुक्रवार को भाजपा पार्षद दल की बैठक हुई। सोमवार को कलेक्टर से मिलकर सूचना देने का निर्णय लिया गया।
बता दें कि महीने भर पूर्व जामुल के कांग्रेस पार्षदों ने जामुल नगर पालिका अध्यक्ष ईश्वर सिंह ठाकुर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की सूचना जिला कलेक्टर को दी थी। उसके बाद खासा राजनीतिक हलचल मचा। हालांकि बाद में अविश्वास प्रस्ताव का मामला ठंडे बस्ते में चला गया। दरअसल इसके पीछे एक वजह यह आई कि कांग्रेस के आठ पार्षदों में से एक पार्षद ने अपनी सहमति ही नहीं जताई। अभी जामुल का मामला ठंडा पड़ा था कि रिसाली का मामला तूल पकड़ लिया।
भाजपा पार्षद दल के नेता शैलेन्द्र साहू ने भाजपा पार्षद दल की बैठक बुलाई। आरोप लगाया गया कि शहर सरकार की निष्क्रियता व निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार से जनता परेशान है। जनता बिजली, पानी, साफ सफाई व शहर की मूलभूत सुविधाओं से वंचित है । जनता परेशान है, शहर सरकार गहरी नींद मे सोई हुई है। सोमवार को सभी पार्षद कलेक्टर से मिलकर अविश्वास प्रस्ताव की सूचना देंगे। मांग करेंगे की जल्द से जल्द शहर सरकार को बर्खास्त किया जाए। जिसके लिए कांग्रेस और निर्दयलीय पार्षद भी बीजेपी पार्षदों के संपर्क में है । बैठक में भाजपा पार्षद दल की उपनेता माया यादव, संचेतक हरीश नायक , व समस्त भाजपा पार्षद उपस्थित रहे।
निकाय चुनाव के दौरान 40 वार्डों वाले रिसाली निगम में कांग्रेस के 21 व भाजपा के 12 तथा सात निर्दलीय पार्षद जीतकर आए थे। बाद में चार निर्दलीय कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस की संख्या 25 हो गई। वहीं तीन निर्दलीय भाजपा में शामिल हुए, भाजपा की संख्या बढ़कर 15 हो गई। अविश्वास प्रस्ताव के लिए भाजपा को छह पार्षदों की जरुरत है। दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के 8 से 10 पार्षद भाजपा के संपर्क में है।