Patan Politics- हाईप्रोफाइल पाटन से एक और विजय बघेल…महासमुंद निवासी विजय बघेल ने दाखिल किया है निर्दलीय पर्चा…भाजपा प्रत्याशी विजय ने कहा कांग्रेस का ये डर अच्छा लगा, अब वे ऐसी ही नाकाम साजिशें करेंगे…जानिए “गिलास छाप ” का राज

 Patan Politics- हाईप्रोफाइल पाटन से एक और विजय बघेल…महासमुंद निवासी विजय बघेल ने दाखिल किया है निर्दलीय पर्चा…भाजपा प्रत्याशी विजय ने कहा कांग्रेस का ये डर अच्छा लगा, अब वे ऐसी ही नाकाम साजिशें करेंगे…जानिए “गिलास छाप ” का राज

 

मनीष झा की विशेष रपट…

 

भिलाई। पाटन विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महासमुंद निवासी और कांग्रेस नेता के छोटे भाई विजय बघेल द्वारा नामांकन दाखिल  किया गया है।

भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने इसे कांग्रेस की नाकाम साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि वे (मुख्यमंत्री) डरे हुए हैं, इसलिए मेरे हमनाम को चुनाव मैदान में उतरवाया है। ये डर अच्छा लगा।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में वे पाटन सीट से राकांपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। उस दौरान नवागढ़ से विजय बघेल नाम के एक और प्रत्याशी को मैदान में उतरवाया गया था। उसका चुनाव चिह्न गिलास छाप था। विजय बघेल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि इस चुनाव में भी उतारे गए हमनाम प्रत्याशी को भी वे गिलास छाप चुनाव चिह्न दिलवा देंगे।

बता दें कि हाईप्रोफाइल पाटन सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा भाजपा प्रत्याशी के तौर पर दुर्ग सांसद, भाजपा चुनाव घोषणा पत्र के संयोजक विजय बघेल चुनाव लड़ रहे हैं । दोनों के बीच कड़ी टक्कर की खबर आ रही है।

वहीं जनता जोगी कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी ने भी पाटन से पर्चा दाखिल किया है।

अब भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल के हमनाम ने पाटन से पर्चा दाखिल कर दिया है।

बता दें कि सन 2003 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विजय बघेल के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था। भाजपा ने तब गिरधर मढ़रिया को प्रत्याशी बनाया था। इस कड़े मुकाबले के बीच नवागढ़ के एक विजय बघेल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिन्हें गिलास छाप चुनाव चिन्ह मिला था।

इस संबंध में भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल का कहना है कि कांग्रेस पाटन से हार रही है, इसलिए तमाम तरह की नाकाम साजिशें की जा रही है। इसमें वे सफल नहीं होने वाले। जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है। अब जनता ही कर रही है अउ नई सहिबो, बदल के रहिबो

हाईप्रोफाइल पाटन से एक और विजय बघेल…महासमुंद निवासी विजय बघेल ने दाखिल किया है निर्दलीय पर्चा…भाजपा प्रत्याशी विजय ने कहा कांग्रेस का ये डर अच्छा लगा, अब वे ऐसी ही नाकाम साजिशें करेंगे…जानिए “गिलास छाप ” का राज
मनीष झा की विशेष रपट…

भिलाई। पाटन विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में महासमुंद निवासी और कांग्रेस नेता के छोटे भाई विजय बघेल द्वारा नामांकन दाखिल किया गया है।
भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल ने इसे कांग्रेस की नाकाम साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि वे (मुख्यमंत्री) डरे हुए हैं, इसलिए मेरे हमनाम को चुनाव मैदान में उतरवाया है। ये डर अच्छा लगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में वे पाटन सीट से राकांपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। उस दौरान नवागढ़ से विजय बघेल नाम के एक और प्रत्याशी को मैदान में उतरवाया गया था। उसका चुनाव चिह्न गिलास छाप था। विजय बघेल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि इस चुनाव में भी उतारे गए हमनाम प्रत्याशी को भी वे गिलास छाप चुनाव चिह्न दिलवा देंगे।
बता दें कि हाईप्रोफाइल पाटन सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा भाजपा प्रत्याशी के तौर पर दुर्ग सांसद, भाजपा चुनाव घोषणा पत्र के संयोजक विजय बघेल चुनाव लड़ रहे हैं । दोनों के बीच कड़ी टक्कर की खबर आ रही है।
वहीं जनता जोगी कांग्रेस के अध्यक्ष अमित जोगी ने भी पाटन से पर्चा दाखिल किया है।
अब भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल के हमनाम ने पाटन से पर्चा दाखिल कर दिया है।
बता दें कि सन 2003 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विजय बघेल के बीच कड़ा मुकाबला हुआ था। भाजपा ने तब गिरधर मढ़रिया को प्रत्याशी बनाया था। इस कड़े मुकाबले के बीच नवागढ़ के एक विजय बघेल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिन्हें गिलास छाप चुनाव चिन्ह मिला था।
इस संबंध में भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल का कहना है कि कांग्रेस पाटन से हार रही है, इसलिए तमाम तरह की नाकाम साजिशें की जा रही है। इसमें वे सफल नहीं होने वाले। जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है। अब जनता ही कर रही है अउ नई सहिबो, बदल के रहिबो

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