Bhilai News-सनातन धर्म का कोई अनादर करे तो बर्दास्त नहीं होगा, सनातन के अपमान की इजाजत किसी को नहीं – देवकीनंदन ठाकुर…भिलाई में आयोजित भगवत कथा का दूसरा दिन…हजारों श्रोताओं को दिलाया गौ सेवा व गौरक्षा का संकल्प
भिलाई। सिविक सेंटर भिलाई में आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा के दूसरे दिन पर देवकीनंदन ठाकुर ने कथा का दूसरा अध्याय का प्रारंभ करने से पहले कहा कि सनातन धर्म सभी धर्मों का सम्मान करता है, पर यदि कोई सनातन धर्म का अपमान करे तो उसे सहन नहीं किया जा सकता। देवकीनंदन ठाकुर ने श्रोताओं का गौ सेवा व गौ रक्षा का संकल्प दिलाया।
माता पार्वती भी कथा का श्रवण करते करते निद्रा में लीन हो गई। जिसके कारण सुखदेव जी ने पूरा अमृत्व भागवत कथा को श्रवण किया। अंत में भगवान शंकर ने माता पार्वती से पूछा की पूरा कथा श्रवण किए या नहीं तो माता पार्वती ने बताया कि मुझे निद्रा आ गई थी इस हेतु अमृत्व भागवत कथा का पूर्ण श्रवण नहीं कर पाई ।
जिसका कारण बताते हुए देवकीनंदन ठाकुर बताया कि यह पाप दोष के कारण होता है । इसी प्रकार महाराज देवकीनंदन ठाकुर ने आगे बताया कि धृतराष्ट्र को भी जीव हत्या के कारण अपने कर्मो का फल भोगना पड़ा था। जिससे उसके सभी पुत्र मारे गए। यह भी पूर्व जन्म के दोष के कारण हुआ । देवकीनंदन ठाकुर ने जोर देकर गौ सेवा में पूर्ण अपनी सहभागीता प्रदान करने को कहा । जिससे मानव जीवन का उद्धार हो एवं जीवन सुखमय हो। अंत में सनातन धर्म पर अपना पक्ष रखते हुए देवकीनंदन ने कहा कि सनातन धर्म किसी का अपमान नहीं करता बल्कि सभी का समान करता है। लेकिन, कोई अन्य सनातन धर्म का अनादर करे तो सहन करने का इजाजत भी नहीं देता । युवा वर्ग को समझाते हुए कहा की अपने माता पिता एवं अपने राष्ट्र ,धर्म का आदर एवं सम्मान करें तभी प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेंगे। जिससे युवाओं का कल्याण होगा ।
उन्होंने कहा कि भिलाई ,छत्तीसगढ़ वासियों को भागवत कथा सुनने का अवसर मिल रहा है यह सुंदर व्यवस्थित आयोजन के साथ सह परिवार आकर भागवत कथा का श्रवण करें और अपना एवम् अपने परिवार का कल्याण करें। कथा के दूसरे दिन हजारों की संख्या में श्रोता पहुंचे। दिव्य ज्योति सेवा समिति द्वारा प्रसादी वितरण किया गया ।