Bhilai Encounter Update- 22 साल पूर्व तालपुरी में हुआ था गोविंद विश्वकर्मा का एनकाउंटर…जामुल बोगदा पुलिया के पास पुलिस ने दो नक्सलियों को किया था ढेर…आज जयंती स्टेडियम के पास कुख्यात बदमाश अमित जोश को मार गिराया…छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद दुर्ग जिला पुलिस का तीसरा तथा साय सरकार का एनकाउंटर…पढ़िए पूरी खबर

 Bhilai Encounter Update- 22 साल पूर्व तालपुरी में हुआ था गोविंद विश्वकर्मा का एनकाउंटर…जामुल बोगदा पुलिया के पास पुलिस ने दो नक्सलियों को किया था ढेर…आज जयंती स्टेडियम के पास कुख्यात बदमाश अमित जोश को मार गिराया…छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद दुर्ग जिला पुलिस का तीसरा तथा साय सरकार का एनकाउंटर…पढ़िए पूरी खबर

 

भिलाई। शुक्रवार शाम खबर शहर में आग की तरफ फैली कि जयंती स्टेडियम के पास किसी का एनकाउंटर हो गया। पुलिस के पास फोन घनघनाने लगा। क्या सच में एनकाउंटर हुआ है? यदि हुआ है तो किसका? जैसे तमाम सवाल लोगों के बेचैन करने लगे।

थोड़ी देर बाद इस खबर की पुष्टि हो गई कि भिलाई का कुख्यात बदमाश अमित जोश जवाबी कार्रवाई में मारा गया। दरअसल अमित जोश भिलाई का कुख्यात गुंडा बदमाश था। उसके खिलाफ दुर्ग जिले के अलग अलग थानों में कई मामले दर्ज है। चार माह पूर्व ग्लोब चौक भिलाई में उसने तीन युवकों को गोली मार दी थी। हालांकि तीनों युवक बच गए, पर इस घटना ने दुर्ग जिले में हड़ंकप मचा था। पुलिस भी बेहद गुस्से थे में । घटना के बाद से अमित जोश फरार होगा गया था।

पुलिस ने बीएसपी की मदद से अमित जोश द्वारा बीएसपी के मकान पर किया गया कब्जा हटवाया। अवैध कब्जा तोड़ा भी था। उसके बाद लगातार अमित जोश की तलाश की जा रही थी। बताया जा रहा है कि सायबर एवं क्राइम यूनिट की टीम को शुक्रवार शाम सूचना मिली कि अमित जोश जयंती स्टेडियम के पास देखा गया है। पुलिस ने उसकी घेराबंदी की। पुलिस ने उसे सरेंडर करने को कहा, पर उसने पुलिस पर फायर झोंक दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, अमित जोश ढेर हो गया। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद दुर्ग पुलिस के नाम तीसरा एनकाउंटर दर्ज हो गया।

सन 2002 में हुआ था गोविंद विश्वकर्मा एनकाउंटर

कांकेर के एक नेता की हत्या सहित कई मामले में दुर्ग क्राइम ब्रांच को भिलाई के गोविंद विश्वकर्मा की तलाश थी। इस दौरान क्राइम ब्रांच को सूचना मिली की गोविंद विश्वकर्मा तालपुरी की तरफ जाता देखा गया है। पुलिस ने घेराबंदी की और जवाबी कार्रवाई में गोविंद विश्वकर्मा का एनकाउंटर कर दिया।

2004 में एक महिला व एक पुरुष नक्सली का एनकाउंटर

सन 2004 में दुर्ग पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ नक्सली जामुल इलाके में छुपकर रह रहे हैं। पुलिस ने सूचना एकत्र करना शुरू किया। इस आधी रात तीन लोग जामुल बोगदा पुलिस के पास दिखे। पुलिस ने उन्हें आवाज दी। तीनों ने पुलिस पर फायरिंग झोंक दिया। पुलिस को समझते देर नहीं लगी की तीनों नक्सली है। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। जिसमें दो लोग मारे गए, एक अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। बाद में पुलिस ने एक महिला व एक पुरुष नक्सली का शव बरामद किया था।

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