Good News- पूर्ववर्ती सरकार सरकार के समय जिस गदा चौक सुपेला स्थित शराब भट्टी को हटाने के लिए आंदोलन हुआ…उस शराब भट्टी को वैैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने एक फोन पर हटवा दिया… अपने अंदाज में विधायक ने कहा, हेल्लो अधिकारी महोदय- 48 घंटे के भीतर हट जानी चाहिए शराब दुकान…24 घंटे में ही हट गई…शराब भट्टी हुई भिलाई निगम के पीछे शिफ्ट…महिलाएं खुश, शहर में विधायक के इस कदम की जमकर चर्चा…
भिलाई। सुपेला घड़ी चौक से गदा चौराहा मुख्य मार्ग की अंग्रेजी शराब दुकान वैशाली नगर विधायक के प्रयास बाद सोमवार से भिलाई नगर निगम के पीछे स्थानांतरित हो गई है। विधायक ने इस दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित करने के लिए 48 घंटे का अल्टिमेटम प्रदेश के एक संबंधित अधिकारी को शनिवार की रात दिया था।
बता दें कि विधायक बनते ही रिकेश सेन ने गदा चौक के समीप स्थित इस दुकान को हटाने का निर्णय लिया था, क्योंकि मुख्य मार्ग पर अंग्रेजी दुकान और चखना सेंटर होने से आसामाजिक तत्वों का यहां जमावड़ा होता था। चूंकि यह चौराहा हनुमानजी के शस्त्र गदा को समर्पित है, इस चौक के समीप ही आसामाजिक तत्व बैठने लगे थे। मुख्य मार्ग होने की वजह से स्कूली बच्चे और लोग परिवार सहित आना जाना करते थे और इस दौरान शराब दुकान और चखना सेंटर की भीड़ अनावश्यक तथा अशोभनीय लगती थी। विधायक रिकेश सेन ने जिले के प्रभारी और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा तथा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भी इस दुकान और चखना सेंटर को हटाने पत्र लिखा था।
नतीजतन दुकान स्थानांतरित करने की प्रक्रिया के तहत भिलाई निगम के पीछे स्थल चयन कर पूरा इंतजाम भी कर लिया गया। मगर इस बीच सुपेला के कुछ होटल व्यवसायी निगम के पीछे इस शराब दुकान और चखना सेंटर के स्थानांतरण को रोकने के प्रयास में जुट गए थे नतीजतन सारा सेटअप होने के बाद भी स्थानांतरण में हीलाहवाला जारी रहा।
शनिवार की रात विधायक रिकेश सेन जब इस मार्ग से गुजर रहे थे तो गदा चौक पर अनावश्यक बैठे लोग उन्हें दिखाई पड़े परिणाम स्वरूप उन्होंने तत्काल गाड़ी रूकवा कर मौके का निरीक्षण किया और दुकान स्थानांतरण को लेकर हो रही अनावश्यक लेटलतीफी पर नाराजगी जताई। प्रदेश के एक संबंधित अधिकारी को फोन कर उन्होंने तत्काल 48 घंटे के भीतर शराब दुकान और चखना सेंटर हटाने का निर्देश दिया।
विधायक के कड़े निर्देश बाद आबकारी अमला तत्काल सक्रिय हुआ और रविवार छुट्टी के दिन भी कर्मचारी लगा कर यह दुकान भिलाई निगम के पीछे शिफ्ट कर दी गई। बता दें कि पूर्व में लोगोंं ने शराब दुकान हटवाने के लिए जमकर आंदोलन भी किया था।