Big And Good News-दुर्ग से कल सुबह 5.45 बजे विशाखापटनम के लिए ट्रायल पर दौड़ेगी भगवा रंग की वंदे भारत एक्सप्रेस…दोपहर बाद विशाखापट्टनम पहुंचकर देर रात आएगी वापस…एक दिन बाद 15 सितंबर से शुरू होगा नियमित परिचालन…8 घंटे में पूरा होगा 566 किलोमीटर का सफर…सुविधाएं जान रह जाएंगे दंग…जानिए किन स्टेशनों में मिला स्टापेज…

 Big And Good News-दुर्ग से कल सुबह 5.45 बजे विशाखापटनम के लिए ट्रायल पर दौड़ेगी भगवा रंग की वंदे भारत एक्सप्रेस…दोपहर बाद विशाखापट्टनम पहुंचकर देर रात आएगी वापस…एक दिन बाद 15 सितंबर से शुरू होगा नियमित परिचालन…8 घंटे में पूरा होगा 566 किलोमीटर का सफर…सुविधाएं जान रह जाएंगे दंग…जानिए किन स्टेशनों में मिला स्टापेज…

 

भिलाई । प्रदेश को 15 सितंबर के दिन दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलने जा रही है। इस ट्रेन का ट्रायल रन 13 सितंबर को किया जाएगा। इसके लिए सुबह 5.45 बजे दुर्ग से खाली ट्रेन रवाना होगी। दोपहर बाद विशाखापट्टनम से छूटकर देर रात दुर्ग पहुंचेगी। यह ट्रेन दुर्ग से विशाखापट्टनम तक 566 किमी की दूरी करीब 8 घंटे में तय करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे।

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, इस वंदे भारत ट्रेन के संचालन की तैयारियां अंतिम चरण में है। ट्रेन की नई रैक मंगलवार देर रात दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंची। बुधवार को कोचिंग डिपो में रैक का परीक्षण किया गया। इसके बाद 13 सितंबर को इसका ट्रायल रन होगा। दुर्ग स्टेशन पर इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। लोको पायलट और असिस्टेंट पायलट सहित अन्य रनिंग स्टाफ की जिम्मेदारी ट्रायल रन के लिए तय हो चुकी है। ट्रायल रन पर यह ट्रेन बिना किसी यात्री के विशाखापट्टनम जाएगी और वहां से वापस दुर्ग लौटेगी।

गौरतलब रहे कि डीआरएम ने हाल ही में दुर्ग स्टेशन का निरीक्षण कर वंदे भारत ट्रेन को लेकर बुनियादी तकनीकी व्यवस्थाओं की समीक्षा की और संबंधित दिशा-निर्देश दिए थे। जबकि काफी पहले से ही वंदे भारत ट्रेन की बनावट के अनुरूप रखरखाव और साफ सफाई के लिए दुर्ग स्टेशन पर पिट लाइन की व्यवस्था में फेरबदल किया जा चुका है। इसके अलावा लोको पायलट से लेकर अन्य रनिंग स्टाफ को अलग से प्रशिक्षण दिया गया है। फिलहाल इस नई वंदे भारत ट्रेन के स्टापेज को लेकर सही जानकारी सामने नहीं आ सकी है।

 

भगवा रंग की 16 कोच वाली है रैक

दुर्ग से विशाखापट्टनम के लिए 15 सितंबर से नियमित शुरू होने जा रही यह दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन बिलासपुर की दूसरी वंदे भारत ट्रेन है। अभी तक जोन में केवल एक वंदे भारत ट्रेन थी, जिसका परिचालन बिलासपुर से नागपुर के बीच हो रहा है। जोन की इस दूसरी वंदे भारत ट्रेन को भगवा रंग में बनाया गया है। जबकि बिलासपुर से नागपुर के बीच सफेद रंग की वंदे भारत ट्रेन चल रही है। हालांकि दोनों ही ट्रेनों की डिजाइन और अन्य सुविधाएं एक सामान है।

आठ स्टेशन पर दिया गया स्टापेज

 

दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का 8 स्टेशन पर स्टापेज दिया गया है। दुर्ग से सुबह 5.45 बजे रवाना होकर छत्तीसगढ़ में रायपुर, महासमुंद से ओडिशा के खरियार रोड, कांटाबांजी, टिटिलागड़, केसिंगा और रायगढ़ा से आंध्रप्रदेश के विजयनगरम से दोपहर 1.45 बजे अपने गंतव्य स्टेशन विशाखापट्टनम पहुंचेगी। वहां से दोपहर बाद 2.50 को वापसी के लिए रवाना होकर निर्धारित स्टापेज से होकर रात 10.50 बजे दुर्ग आएगी। इस तरह यह ट्रेन एक दिशा में 566 किमी की दूरी 8 घंटे में तय करेगी। प्रत्येक गुरुवार को तकनीकी रखरखाव के लिए इस ट्रेन का परिचालन स्थगित रहेगा।

पेंट्रीकार व चार्चिंग पाइंट की सुविधा

इस ट्रेन को जबरदस्त सुविधा से लैस बनाया गया है। ट्रेन में पेंट्रीकार रहेगा। साथ ही कंप्यूटर, लैपटाप व मोबाइल के लिए हर सीट पर चार्चिंग पाइंट दिया गया है।

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