Big News-भिलाई व रिसाली में पदस्थ रहे सेवानिवृत्त निगम कर्मचारी से उप-संचालक, राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग को दो कर्मचारी मांग रहे थे रिश्वत…सेवानिवृत कर्मचारी ने एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर में की शिकायत…दोनों को पकड़ने ब्यूरों ने बनाया प्लान…छह हजार रुपये लेते रंगे हाथ हुए गिरफ्तार…पढ़िए खबर

 Big News-भिलाई व रिसाली में पदस्थ रहे सेवानिवृत्त निगम कर्मचारी से उप-संचालक, राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग को दो कर्मचारी मांग रहे थे रिश्वत…सेवानिवृत कर्मचारी ने एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर में की शिकायत…दोनों को पकड़ने ब्यूरों ने बनाया प्लान…छह हजार रुपये लेते रंगे हाथ हुए गिरफ्तार…पढ़िए खबर

 

भिलाई। एक सेवानिवृत कर्मचारी के पेंशन फाइल का सत्यापन नहीं किया जा रहा था। सत्यापन के लिए रिश्वत की मांग की जा रही थी। प्रार्थी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में इसकी शिकायत की। ब्यूरों ने राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग के दो कर्मचारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

बताया जा रहा है कि प्रार्थी देवव्रत देवांगन निगम सचिव के पद पर नगर पालिक निगम रिसाली, भिलाई में पदस्थ था। उसने एन्टी करप्शन ब्यूरो रायपुर के कार्यालय में शिकायत की थी कि सेवानिवृत्त होने के पश्चात् भी उसका पदोन्नत पद पर वेतन निर्धारण सत्यापन उप-संचालक, राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग में लंबित था। जिस वजह से उसका पेन्शन एवं अन्य देयताएं नहीं मिल पा रही थी। प्रार्थी राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग में पदस्थ उप संचालक (संपरीक्षा) दिनेश कुमार, एवं सहायक संपरीक्षक होमन कुमार से कई बार मिला। किन्तु उनके द्वारा सत्यापन नहीं किया जा रहा था। बल्कि 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी।

प्रार्थी देवव्रत देवांगन रिश्वत नहीं देता चाहता था, बल्कि रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन के दौरान प्रार्थी के निवेदन पर आरोपित छह हजार रुपये रिश्वत लेने को सहमत हुए। 11 अगस्त को ट्रेप आयोजित कर राज्य संपरीक्षा कार्यालय दुर्ग में पदस्थ आरोपी दिनेश कुमार, उप संचालक (वित्त) एवं आरोपी होमन कुमार, सहायक संपरीक्षक को छह हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के कार्रवाई की जा रही है।

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