Big Crime News- इंटरनेशनल गैंगस्टर लारेंस और झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर लाएगी छत्तीसगढ़ पुलिस…पकड़े गए चार शूटरों से कई खुलासे…दोनों गैंगस्टरों का छत्तीसगढ़ कनेक्शन भी खंगाल रही है पुलिस, शूटरों ने जो बताया सुनकर पुलिस भी रह गई हैरान, पढ़िए गैंगस्टर और सुपारी

 Big Crime News- इंटरनेशनल गैंगस्टर लारेंस और झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू को रायपुर लाएगी छत्तीसगढ़ पुलिस…पकड़े गए चार शूटरों से कई खुलासे…दोनों गैंगस्टरों का छत्तीसगढ़ कनेक्शन भी खंगाल रही है पुलिस, शूटरों ने जो बताया सुनकर पुलिस भी रह गई हैरान, पढ़िए गैंगस्टर और सुपारी

 

भिलाई। फिल्म स्टार सलमान खान से बदला लेने की कसम खाने तथा पंजाबी सिंगर सिद्धू मुसेवाला की हत्या की साजिश रचने वाले इंटरनेशनल गैंगस्टर तथा झारखंड के 27 साल के गैंगस्टर की दस्तक छत्तीसगढ़ में भी हो चुकी है? पुलिस इस शंका आशंका की जांच कर रही है। दरअसल बीते रविवार को पकड़े गए चार शूटरों ने छत्तीसगढ़ पुलिस के सामने इसका खुलासा किया है। चारों को छत्तीसगढ़ के दो कारोबारियों को गोली मारने की सुपारी दी गई थी। कहा जा रहा है कि सुपारी इसी दोनों गैंग ने दी थी।

बता दें कि लारेंस बिश्नोई इन दिनों इंटरनेशनल गैंगस्टर माना जा रहा है। कहा जाता है कि देश दुनिया में उसके शूटर है। वह हरियाणा की जेल से जिसे जब चाहे शूट करवा सकता है। कनाडा से उसका काम उसका भाई गोल्डी बरार संभालता है। काले हिरण, सलमान खान को धमकी तथा सिद्धू मुसेवाला हत्या की वजह से इस गैंग की दहशत पूरे देश में फैली हुई है।

वहीं झारखंड में इन दिनों 27 साल के अमन साहू का नाम दहशत का पर्याय बना हुआ है। अमन साहू ने 16 साल की उम्र में पहला अपराध किया था। धीरे धीरे वह झारखंड का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन गया। वह झारखंड के कारोबारियों को धमकी देकर वसूली करता है। रंगदारी नहीं देने पर हत्या करवा देता है। 2023 में उसकी गैंग ने एटीएफ पर गोली बारी कर दी थी। जिसमें दो अधिकारी मारे गए थे। तब से यह गैंग देश भर में चर्चे में आ गया। अमन साहू झारखंड के दुमका जेल में बंद है। वह लारेंस बिश्नोई की तरह जेल से ही गैंग चलता है। कहा जाता है कि उसकी गैंग के पास अत्याधुनिक हथियार है।

रायपुर में पकड़े गए चार शूटरों के हवाले से यह भी खबर आ रही है कि लारेंस व अमन साहू गैंग की सांठगांठ हो चुकी है।

रायपुर पुलिस के मुताबिक रायपुर के एक कारोबारी को झारखंड में आठ सौ करोड़ का रोड ठेका मिला हुआ है। वहीं रायगढ़ का कारोबारी झारखंड में कोयले का कारोबार करता है। दोनों व्यापारियों से अमन साहू गैंग ने 50 करोड़ की रंगदारी मांगी थी। व्यापारियों ने पुलिस को सूचना दे दी।

पुलिस ने इसकी जांच शुरू की। इस दौरान पता चला कि दोनों व्यापारियों को गोली मारने के लिए तीन शूटर रायपुर पहुंच चुके हैं। रायपुर के क्राइम एंड सायबर यूनिट ने अपना जाल बिछा दिया। मुखबीर लगाए गए। 72 घंटे तक पुलिस ने चप्पे चप्पे पर नजर रखी। नतीजतन तीन शूटर रोहित स्वर्णकार, देवेंद्र सिंह और मुकेश कुमार रायपुर से पकड़े गए। इनके पास से दो पिस्टल व बाइक बरामद किया गया।

इनके पकड़े जाने के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि व्यापारियों को गोली मारने की सुपारी मलेशिया में बैठे अमन साहू गैंग के मयंक सिंह ने दी थी। 10 लाख में सौदा तय हुआ था। पूरी घटना का मास्टर माइंड मयंक सिंह है। उसने सबसे पहले झारखंड के रोहित स्वर्णकार से संपर्क किया था। उसे उज्जैन के सेंधवा भेजा। जहां से रोहित को पिस्टल व मैग्जीन उपलब्ध कराई गई। उसे लेकर वह ट्रेन से रायपुर आया था। रास्ते में उसने महाकाल के दर्शन भी किए थे।

उसके बाद मयंक ने राजस्थाना के पाली जिले में रहने वाले पप्पू सिंह से संपर्क कर दो शूटर, पिस्टल तथा बाइक का इंतजाम करने के लिए कहा था। पप्पू सिंह ने महेश व देवेंद्र को इसके लिए तैयार किया था। दोनों को बाइक व पिस्टल देकर रायपुर भेजा गया था। जहां रोहित से इनकी मुलाकात हुई। तीनों मिलकर 10 दिन तक दोनों व्यापारियों की रेकी करते रहे। उनके घर से लेकर, आफिस, आने जाने के रास्ते सबकी फोटो मयंक सिंह को भेजी जाती रही। पूरा रुट चार्ट बनाया गया था।

शूटरों को कोर्ड वार्ड दिया गया था। बीएसएफ व आर्मी। इन्हें नार्मल काल में बात करने की सख्त हिदायत थी। शूटर तथा मास्टर माइंड इंटरनेट कालिंग में ही बात करते थे। पकड़े जाने तथा किसी तरह के शकोसुबह पर राम राम बोलने के लिए कहा गया था, ताकि दूसरे साथी अलर्ट हो जाए।

27 मई को दिया जाना था घटना को अंजाम

शूटरों ने खुलासा किया कि 27 मई को दोनों व्यापारियों पर हमले की तारीख तय हुई थी। एक व्यापारियों पर 20-20 गोली चलानी थी। इनकी हत्या नहीं करनी थी, बल्कि दहशत फैलाने के लिए कमर के नीचे दो गोली मारने तथा गाड़ी पर फायरिंग करने की हिदायत थी। शूटर यह सब कर पाते इससे पहले पुलिस ने तीनों शूटरों को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। चौथा शूटर पप्पू सिंह रायपुर पहुंचने से पहले ही राजस्थान से पकड़ गया। दरअसल पप्पू ने सारी तैयारी को लेकर एक शूटर को फोन किया था, उसे पता नहीं था कि शूटर पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। जैसे ही पप्पू का काल आया, पुलिस ने शूटर से फोन रिसीव करने के लिए कहा। शूटर ने जैसे ही राम राम कहा, पप्पू सिंह अलर्ट हो गया। वह भाग पाता इससे पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

अब इस पूरे मामले में लारेंस बिश्नोई गैंग व अमन साहू गैं का लोकल कनेक्शन खंगाले के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस पूछताछ के लिए लारेंस व अमन को रायपुर लाने की तैयारी कर रही है।

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