Good News- झारखंड में छत्तीसगढ़ के विधायक की इंसानियत देख दौड़ गई नरगिस और रोजी के चेहरे पर मुस्कान…कटहल लदा पेड़ देख रुके विधायक, दो बच्चियों से पूछा स्कूल का हाल…पीएम मोदी की सभा से लौटते वक्त ले आए दो साइकिल…कहा अब रोज जाना स्कूल …झारखंड में भी इस विधायक की जमकर चर्चा
भिलाई। छत्तीसगढ़ का एक चर्चित विधायक लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए झारखंड पहुंचते ही। दुमका लोकसभा की जिम्मेदारी मिलती है। जमकर मेहनत करते हैं। इस दौरान एक एेसा वाक्या होता है कि विधायक पूरे झारखंड में चर्चे में आ जाते हैं। पढ़िए क्या है वो वाक्या
दरअसल छत्तीसगढ़ के वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन झारखंड राज्य के दुमका लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए पिछले 15 दिन से डटे हुए हैं। इस दौरान दुमका लोकसभा अंतर्गत सभी विधानसभाओं में सामाजिक बैठक लेकर वो भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन के लिए पूरी टीम के साथ जनसंपर्क भी कर रहे हैं। इस दौरान छत्तीसगढ़ के इस विधायक ने एेसा कारनाम कर दिया कि झारखंड में भी उनकी तारीफ होने लगी।
दरअसल आज मध्यान्ह अचानक इस क्षेत्र के एक घर पर कटहल का पेड़ देखकर विधायक रिकेश सेन रुके। जिज्ञासा वश पेड़ के पास पहुंचे। पेड़ के पास खड़ी दो स्थानीय छोटी बच्चियां उन्हें मिलीं। श्री सेन ने उनका नाम जाना और स्कूल के संबंध में पूछा। बच्चियों ने बताया कि स्कूल दूर है। इसलिए स्कूल तक जाने में बड़ी मुश्किल होती है।
बातों ही बातों में उन्होंने विधायक से साइकिल की डिमांड कर डाली। चूंकि विधायक रिकेश आज दुमका में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आमसभा में जा रहे थे, उन्होंने दोनों ही बच्चियों से वायदा किया कि एक घंटे बाद वह लौटेंगे और प्रयास करेंगे कि उनके लिए साइकिल ला सकें।
विधायक को अपनी बात याद रही। सभा से लौटने के दौरान विधायक ने दो साइकिल खरीदी। दोनों बच्चियों को एक-एक साइकिल भेंट की। साइकिल देखकर दोनों बच्चियों नरगिस और रोजी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लौटते समय विधायक ने उनके परिजनों को अपना मोबाइल नंबर भी नोट कराया और कहा कि इन्हें रोज स्कूल भेजना ताकि ये अच्छे से पढ़ सकें। उनकी पढ़ाई के संबंध में कोई भी दिक्कत आती है तो आप मुझे छत्तीसगढ़ में फोन करके बताइएगा। ताकि उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके।
इस संबंध में भिलाई न्यूज से चर्चा करते हुए विधायक रिकेश सेन ने कहा कि मोदी सरकार की प्राथमिकता है कि बेटियां पढ़े व बढ़े । यह हमेशा से उनकी भी मंशा रही है कि बेटियों को पढ़ने व आगे बढ़ने का पर्याप्त अवसर मिलना चाहिए। बेटियां आज कई बाधाओं व समस्याओं के चलते पढ़ नहीं पाती। इसलिए मैं सबसे अपील भी करता हूं कि यदि आपके आसपास भी एेसी बेटियां हो जो किसी समस्या के कारण पढ़ नहीं पा रही है, उनकी मदद जरुर करें।