Bhilai News-संयंत्र कर्मचारियों के मुद्दों पर संयंत्र के कार्य पालक निदेशक (संकार्य )राकेश कुमार के साथ भिलाई इस्पात मजदूर संघ की बैठक…जल्द की कर्मचारियों के समस्याओं का निराकरण करने अफसरों से की मांग, अफसरों ने दिया आश्वासन…पढ़िए खबर

 Bhilai News-संयंत्र कर्मचारियों के मुद्दों पर संयंत्र के कार्य पालक निदेशक (संकार्य )राकेश कुमार के साथ भिलाई इस्पात मजदूर संघ की बैठक…जल्द की कर्मचारियों के समस्याओं का निराकरण करने अफसरों से की मांग, अफसरों ने दिया आश्वासन…पढ़िए खबर

 

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों के मुद्दों का त्वरित निराकरण की मांग को लेकर शनिवार को भिलाई इस्पात मजदूर संघ (बीएमएस) और संयंत्र के अफसरों के साथ बैठक संयंत्र भवन सभागार में आयोजित की गई। बैठक में ​विभिन्न समस्याओं को संघ ने खुल कर अफसरों के सामने रखा और तत्काल निराकरण करने की मांग की। इस पर अफसरों ने भी आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही पहल करेंगे।
बैठक में प्रमुख रूप से कार्यपालक निदेशक (संकार्य)राकेश कुमार के साथ मान्यता प्राप्त यूनियन के प्रतिनिधि मंडल की बैठक संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार पाण्डेय और महामंत्री चन्ना केशवलू के नेतृत्व में संपन्न हुई।
बैठक में संघ के पदाधिकारी उपाध्यक्ष आई पी मिश्रा, डिल्ली राव, सुधीर गडेवाल, जगजीत सिंह, विनोद उपाध्याय संयुक्त महामन्त्री अनिल गजभिये,वशिष्ठ वर्मा, प्रदीप कुमार पाल, गौरव कुमार, कोषाध्यक्ष रवि चौधरी आदि उपस्थित रहे। महामंत्री चन्ना केशवलू ने बताया कि बैठक में 10 प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई है।

बीएसपी प्रबंधन को संघ ने यह भी बताया है कि बीएसपी के अंदर में संयंत्र में अधिकृत ट्रांसपोर्टर की मनमानी चरम सीमा पर है, संयंत्र में चल रही ट्रांसपोर्टरों की अधिकांश वाहन सयंत्र के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। संयंत्र के अंदर एक ही नंबर की अनेक ट्रक एवं ट्रेलर चलाकर लोहा- चोरी खुलेआम किया जा रहा है। जिससे संयंत्र को अरबो रूपए का राजस्व की हानि हो रही है। इस पर तत्काल रोक लगाई जाए।

1. संयंत्र कर्मचारियों को मिलने वाला इंसेंटिव 2007 में बनाई गई स्कीम से मिलता है, जबकि वर्तमान में भिलाई स्टील प्लांट का प्रोडक्शन एवं प्रोडक्टविटी में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। अतः नई इंसेंटिव स्कीम बनाई जाए।

2. भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मचारियों को 2022 से नान फाइनेंशियल मोटिवेशन स्कीम के अंतर्गत उत्पादकता के अनुरूप उपहार मिलता था जो की इसे 2025 में बिना किसी सूचना के बंद कर दिया गया। जिससे कर्मचारियों में अत्याधिक रोष व्याप्त है। इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।

3. भिलाई इस्पात संयंत्र में सुरक्षा के नाम पर सालाना करोडों रुपये खर्च किया जाता है, फिर भी संयंत्र प्रबंधन द्वारा दुर्घटनाओं को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। इस पर सक्त कदम उठाने की आवश्यकता है।

4. संयंत्र में बंद पड़े अनेक जर्जर यूनिट (प्लांट) एवं स्ट्रक्चर को सर्वे आफ घोषित कर पुनः निर्माण करवाया जाए।

5. सिंटर प्लांट 2 एवं 3 से रिटर्न सिंटर से निकलने वाले डस्ट इतना भयानक रहता है कि आस-पास के विभाग के कर्मचारियों को साँस लेने में भारी तकलीफ हो रही है। जिससे कर्मचारी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे है लगातार विभाग प्रमुख एवं सेन्ट्रल सेफ्टी विभाग को शिकायत करने के बावजूद भी समस्या का निदान नहीं हो रहा है। अतः डस्ट की समस्या का तत्काल निवारण किया जाए।धमन भट्टी स्टाक हाउस हाई लाइन फर्नेस 4 एवं 5 में डस्ट की समस्या से कर्मचारियों को निजात दिलाई जाए ।

6 ठेकेदारों द्वारा बनाए गए गेटपास कर्मियों का 50 प्रतिशत ही कार्य स्थल में इस्तेमाल कर ज्यादा हाजिरी आपरेटिंग आथारिटी से प्राप्त कर ले रहे है। कर्मियों का ESI कार्ड एवं बीमा की कापी ठेकेदार अपने पास रख कर ठेका श्रमिकों के साथ अन्याय किया जा रहा है.। आज ठेका श्रमिकों में असुरक्षा का वातावरण है एवं वह अत्याधिक मानसिक दबाव में कार्य कर रहे है, जो सीधे उत्पादन एवं संयंत्र की सुरक्षा के लिए गंभीर स्तिथि है।

7. मैन गेट एवं बोरिया गेट में ड्यूटी आते एवं जाते वक्त गेट पर भारी भीड़ का दबाव रहता है अतः दोनों गेट में डोम शेड अविलम्ब निर्माण करवाया जाए ।

8. ट्रक एवं ट्रेलर के लिए अलग से गेट का निर्माण कर कर्मचारियों को गंभीर दुर्घटनाओं से जान बचाया जा सके ।

9. संयंत्र के भीतर अधिकतर पम्प हाउसों में एग्ज़्हौस्ट सिस्टम कई वर्षों से बंद पड़ा हुआ है जिसका लगातार शिकायत करने के बावजूद भी इसका निराकरण नहीं हो पा रहा है।कार्य पालक निदेशक संकार्य ने सभी मुद्दों को गंभीरता पूर्वक लिया एवं जल्द से जल्द समाधान कराने का आश्वासन दिया ।यह जानकारी संघ के महामंत्री चन्ना केशवलू ने दी ।

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